हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, आजीवन कारावास की सजा पाने वाले फिलिस्तीनी कैदियों की संख्या 558 तक पहुंच गई है। मौत की सजा के बाद से इजरायल की जेलों में बंद फिलिस्तीनी कैदियों की संख्या में इजाफा हुआ है।
इजरायली जेल अधिकारियों ने इन दो फिलिस्तीनी युवकों को 30 साल की जेल की सजा सुनाई और डेढ़ मिलियन शेकेल का जुर्माना लगाया।
रिपोर्ट के अनुसार, इन फिलिस्तीनी कैदियों में से 42 कब्जे वाले यरुशलम के निवासी हैं, जिनमें सबसे उम्रदराज समीर इब्राहिम अबू नामा हैं, जिन्हें 1986 से हिरासत में रखा गया है.
ज़ायोनी शासन की जेलों में 4900 फ़िलिस्तीनी क़ैदी अभी भी क़ैद हैं। 1,000 फिलिस्तीनी प्रशासनिक हिरासत में हैं और उनमें से लगभग 400 ने हिरासत में 20 साल से अधिक समय बिताया है।